हक़ीकत हो आप कैसे तुम्हे सपना कहु,
आपके हर दर्द को अब मैं अपना कहु,
सब कुछ कुर्बान है मेरी जान तुझ पर,
कौन हैं तेरे सिवा जिसे मैं अपना कहु !!!

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